“प्रेम अभिव्यक्ति के लिए, शब्दों का दास नहीं......!!’’
भाषा सम्प्रेषण का माध्यम है सिर्फ,
शब्दां से सम्पूर्ण अभिव्यक्ति संभव नही.....!
मैं आपकांे क्यांे चाहती हूँ मुझे मालूम नहीं,
ह्नदय से निकलती है, कुछ असहाय सी तरंगें!
जो पहुँचती है आप के भीतर और लौटती है,
यह संदेश लेकर कि एक प्रेमाकुँर विकसित हो रहा है........!
Publisher : Onlinegatha
Edition : 1
ISBN : 978-93-86163-35-6
Number of Pages : 98
Weight : 88 gm
Binding Type : Ebook , Paperback
Paper Type : Cream Paper(58 GSM)
Language : Hindi
Category : Poetry
Uploaded On : August 30,2016
Partners :
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मेरा नाम वर्षा सिंह है। मैने एक बहुत ही साधारण से राजपूत परिवार में जन्म लिया। राजस्थान मंे जिला जयपुर पुरानी सिटी के एक पुराने से मकान मे मेरा जन्म हुआ।